ब्राउनटॉप की विषय सूची
ब्राउनटॉप का परिचय | Browntop millet in Hindi
ब्राउनटॉप बाजरा को छोटी कगनी, पैनिकम ब्राचिरिया या ब्राउन टॉप डिक्सी भी कहते हैं। इसकी पैदाइश भारत में हुई, जहां कुछ क्षेत्रों में इसे अभी भी मुख्य भोजन के रूप में उगाया जाता है। ब्राउनटॉप बाजरा के बीज का आकार छोटा और रंग भूरा होता है।
ब्राउनटॉप बाजरा गर्म मौसम की घास है, जो विभिन्न प्रकार की मिट्टी और जलवायु परिस्थितियों में उग सकती है। यह सूखा सहिष्णु है, और कम उर्वरता वाली मिट्टी में भी जीवित रह सकती है। इसका जीवन चक्र छोटा होता है, और यह रोपण के 50 से 60 दिनों के भीतर बीज पैदा कर सकता है।
ब्राउनटॉप बाजरा का उपयोग
ब्राउनटॉप बाजरा मुख्य रूप से इसके बीजों के लिए उगाया जाता है, इसका प्रमुख उपयोग मनुष्य का भोजन, पशुओं को खिलाने वाले चारे तथा जैविक ईंधन के तौर पर होता है। अनेक प्रकार के बाजरों में ब्राउनटॉप बाजरा का अपना एक अलग महत्व है, इसका उपयोग भूमि कटाव को नियंत्रित करने, भूसा उत्पादन, वन्यजीवों को आकर्षित करने और सजावटी उद्देश्यों के लिए भी किया जाता है।
ब्राउनटॉप बाजरा एक पौष्टिक और बहुमुखी अनाज है, जिसका उपयोग विभिन्न उद्देश्यों के लिए किया जाता है। ब्राउनटॉप बाजरा को साबुत अनाज के रूप में पकाया और खाया जा सकता है, या आटे में पीसकर ब्रेड, केक, कुकीज़, दलिया, पैनकेक, इडली, डोसा, उपमा और अन्य व्यंजन बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है। ब्राउनटॉप बाजरा में अखरोट जैसा स्वाद होता है, जो विभिन्न खाद्य पदार्थों के स्वाद और बनावट को बढ़ा सकता है।
ब्राउनटॉप बाजरा के लाभ
फाइबर युक्त: ब्राउनटॉप बाजरा में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो मल त्याग को नियंत्रित करने और कब्ज को रोकने में मदद कर सकता है। फाइबर कोलेस्ट्रॉल के स्तर, रक्तचाप, रक्त शर्करा के स्तर और हृदय रोगों के खतरे को भी कम करने में सहयोगी है।
खनिज युक्त: ब्राउनटॉप बाजरा लौह, कैल्शियम, मैग्नीशियम, फास्फोरस, मैंगनीज, जस्ता, तांबा और सेलेनियम जैसे खनिजों का एक अच्छा स्रोत है। ये खनिज विभिन्न शारीरिक कार्यों जैसे रक्त निर्माण, हड्डियों के स्वास्थ्य, एंजाइम की गतिविधि, प्रतिरक्षा प्रणाली के कार्य, एंटीऑक्सीडेंट और थायरॉयड के फ़ंक्शन के लिए आवश्यक हैं।
प्रोटीन युक्त: ब्राउनटॉप बाजरा में उच्च मात्रा में प्रोटीन होता है, जो मांसपेशियों के निर्माण और मरम्मत में मदद करता है, ऊतक, अंग, हार्मोन, एंजाइम, और एंटीबॉडी प्रोटीन ऊर्जा भी प्रदान कर सकता है।
ब्राउनटॉप के दुष्प्रभाव
ब्राउनटॉप बाजरा आमतौर पर ज्यादातर लोगों के उपभोग करने के लिए सुरक्षित है। हालाँकि, कुछ लोगों की ब्राउनटॉप बाजरा के उपयोग से थायराइड और पाचन क्रिया प्रभावित हो सकती है।
ब्राउनटॉप बाजरा में पोषण
ब्राउनटॉप पोषक तत्वों का एक अच्छा स्रोत है। निचे दी गई तालिका में एक कप 200 ग्राम पके हुए ब्राउनटॉप बाजरा में पोषण संबंधी तथ्य:
पोषक तत्व | राशि |
कैलोरी | 378 |
कार्ब्स | 76 ग्राम |
प्रोटीन | 11 ग्राम |
वसा | 4 ग्राम |
फाइबर | 9 ग्राम |
लोहा | 4 मिलीग्राम |
कैल्शियम | 20 मिलीग्राम |
मैग्नीशियम | 114 मिलीग्राम |
फॉस्फोरस | 266 मिलीग्राम |
मैंगनीज | 1.5 मिलीग्राम |
जिंक | 2.2 मिलीग्राम |
तांबा | 0.3 मिलीग्राम |
सेलेनियम | 5 एमसीजी |
ब्राउनटॉप की रेसिपी
ब्राउनटॉप बाजरा का उपयोग विभिन्न स्वादिष्ट और स्वास्थ्यवर्धक व्यंजन बनाने के लिए किया जा सकता है।
- ब्राउनटॉप का इस्तेमाल सलाद बनाने के किया जा सकता है, जिससे बहुत ही स्वादिष्ट सलाद बनकर तैयार होती है। ब्राउनटॉप का सलाद बनाने के लिए आपको चेरी टमाटर, ककड़ी प्याज़, अजमोद, नींबू का रस, जैतून का तेल, नमक और काली मिर्च की आवश्यकता होगी। यह एक बहुत ही पौष्टिक सलाद बनकर तैयार होगी, जो आपके पाचन को दुरुस्त करने से लेकर पेट की सफाई करने तक, विटामिन और दूसरे पोषक तत्वों की कमी को पूरा करने का काम बखूबी निभायाएगी।
- ब्राउनटॉप बाजरा, मूंगदाल, घी, जीरा, हींग, हल्दी, नमक, पानी और धनिया के पत्तों को मिलकर मजेदार खिचड़ी बनाई जा सकती है, जो भूख को मिटाने के साथ साथ आपके पेट के लिए भी रामबाण औषधि की तरह काम करती है।
- पके हुए ब्राउनटॉप बाजरा, पीली मटर, घी, काजू, किशमिश, इलायची, लौंग, अदरक, मिर्च, करी पत्ता, नमक और जीरे को मिलाकर बेहतरीन पोंगल बनाया जा सकता है। यह एक पारंपरिक भारतीय व्यंजन है, और खाने में बेहद ज़ायकेदार लगता है।
- ब्राउनटॉप बाजरा, यीस्ट, गेहूं का आटा, चीनी, नमक, पानी और तेल के मिश्रण से लजीज़ ब्रेड बनाए जा सकते हैं।
- बढ़िया ब्रेकफास्ट करने का सबका मन करता है, इस कमी को कुकीज बनाकर पूरा किया जा सकता है। ब्राउनटॉप बाजरा, मक्खन, ब्राउन शुगर, अंडे, वनीला, मीठा सोडा, नमक और चाकलेट चिप्स को मिलाकर कुकीज़ बनाई जाती है।
प्रश्नोत्तर ब्राउनटॉप बाजरा के बारे में
प्रश्न – ब्राउनटॉप बाजरा के उपयोग क्या हैं?
उत्तर – आटे में पीसकर ब्रेड, केक, कुकीज़, दलिया, पैनकेक, इडली, डोसा, उपमा और अन्य व्यंजन बनाने के लिए उपयोग किया जा सकता है।
प्रश्न – ब्राउनटॉप किन बीमारियों में लाभकारी है?
उत्तर – घुलनशील फाइबर होने की वजह से शरीर को डिटॉक्सिफाई कर सकता है। इसमें मौजूद प्रोटीन शरीर को मजबूत बनाता है। ह्रदय रोगों से रक्षा करता है, इसमें ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने वाले गुण होते हैं। यह मधुमेह में सुधार करता है।
निष्कर्ष
ब्राउनटॉप को आप आवश्यकता के अनुसार अपने खान पान में शामिल कर सकते हैं। इसके अनगिनत फायदे है, जिनको अनदेखा करना नामुमकिन है। ये उच्च श्रेणी का मोटा अनाज है जो पेट के समग्र प्रबंधन को सुचारु और ताकतवर बना सकता है। यह पौष्टिक होने से साथ कई अन्य तत्वों को भी अपने अंदर समाये हुए है, लेख में दी गई जानकारी के अनुसार आप इसके बारे में अंदाज़ा लगा सकते हैं। इसके कोई गंभीर दुष्प्रभाव भी नहीं है। सेवन शुरू करने के पश्चात् यह आपके पेट के साथ आसानी से तालमेल बिठा लेता है जिसके कारण ज्यादा दिक्कत का सामना नहीं करना पड़ता है। आप इसका सेवन लगातार और जीवन भर कर सकते है।
अस्वीकरण
लेख को केवल जानकारी प्राप्त करने हेतु स्वीकृत किया जाना चाहिए इसका इस्तेमाल क्लीनिकल या नॉन क्लीनिकल हितों को पूरा करने के लिए नहीं किया जाना चाहिए।